ॐ मनोजवं मारुततुल्य वेगम् जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठं त्वं रवे तारय स्वास्मानस्मात्संसार सागरात। जय हनुमान ज्ञान गुण सागर: अर्थ और महत्व “हनुमान जाग.—- किलकारी मार.—- तू हुंकारे.—- राम काज सँवारे.—- ओढ़ सिंदूर सीता मैया का.—- तू प्रहरी राम द्वारे.—- मैं बुलाऊँ , तु अब आ. सर्वरोगहराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा। Hanuman Mantra https://andyzaywv.losblogos.com/34529876/hanuman-mantra-secrets