कामाख्या मंत्र: "ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुंडायै विच्चे" तुलसी बीजों को सहदेई के रस में पीस करके उक्त मन्त्र से अभिमन्त्रित करके तिलक लगाने से समस्त लोग सम्मोहित होते हैं। ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं मोहिनी देवी (अमुक) वश्यं कुरु कुरु स्वाहा॥ कहने का तात्पर्य यह है कि जैसा कार्य हो https://frankq631inr4.bloggazza.com/34653169/top-वश-करण-म-त-र-क-स-च-ह-ए-secrets